शायद जिंदगी बदल रही है !!
जब मै छोटा था, शायद दुनिया बहुत बड़ी हुआ करती थी ..
मुझे याद है मेरे “स्कूल” तक का वो रास्ता , क्या क्या नही था
वहा , चाट के ठेले , जलेबी की दूकान , बर्फ के गोले ,सब कुछ,
अब वहा “मोबाइल शाप ”, “वीडियो पार्लर ”है फिर भी सब सुना है ..
शायद अब दुनिया सिमट रही है
Aslam